चलो आओ एक सुलेमानी पे
याद करें कुछ भूली बातें
बात करें कुछ यादों की
कुछ भूले हुए किताबों से
चलो आओ एक सुलेमानी पे
किताब पढ़ें कोई
तलाशें उन पन्नो को मिल के
खो गए थे जो इतिहास में
चलो आओ एक सुलेमानी पे
भुला दें वो गिले शिकवे हम
यारों की महफ़िल जमाएं
बेग़राज वो दिन फिर जी जायें
यारा, दो सुलेमानी और ले आ
की कापुच्चिनो में वो बात कहाँ
पृथ्वी के इन बेंचों पर
आजा भुलाके सारा जहान ।
Chal.. Sunday ko baithte hai Sulemaani pe.. :)
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